एक्सपोर्ट ग्रोथ में भारत ने मारी बड़ी छलांग, अप्रैल में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान को पीछे छोड़ा, बोले पीयूष गोयल
नई दिल्ली: देश की इकोनॉमी कोरोना की दूसरी लहर के भीषण प्रभाव के बावजूद सही रास्ते पर आगे बढ़ रही है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश ने अब तक की सबसे अधिक एक्सपोर्ट ग्रोथ हासिल की है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को ये बात कही।
विशेषताएं:
- अप्रैल 2021 में देश का FDI 38% बढ़ा
- 10 कैटेगरी में एक्पोर्ट की ग्रोथ बहुत अच्छी
- चावल, लौह अयस्क कैटेगरी में बढ़ा एक्सपोर्ट
अर्थव्यवस्था को बूस्ट:
केन्द्र सरकार का कहना है कि अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्थव्यवस्था के मौजूदा हालात की जानकारी दी।
अप्रैल में FDI बढ़ा 38%:
पीयूष गोयल ने कहा कि कोविड-19 के बावजूद देश में FDI बढ़ा है।2020-21में देश को कुल 81.72 अरब डॉलर (6,108.09 अरब रुपये) का FDI मिला, जबकि चालू वित्त वर्ष के पहले महीने में ही देश में 6.24 अरब डॉलर (466.40 अरब रुपये) का FDI आया. ये अप्रैल 2020 में आए FDI से 38% अधिक है।
अब तक की सबसे अधिक एक्सपोर्ट ग्रोथ:
केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के भीषण संकट के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था सही ट्रैक पर चल रही है। अप्रैल 2021 में देश ने अब तक की सबसे अधिक एक्सपोर्ट ग्रोथ हासिल की है। ये अप्रैल 2020 के मुकाबले 201% है. इतनी ग्रोथ देश ने कभी हासिल नहीं की है।
हालांकि अप्रैल 2020 में देश में लॉकडाउन था, इसलिए अप्रैल 2021 में एक्सपोर्ट ग्रोथ इतनी अधिक है। वहीं अप्रैल 2019 के मुकाबले देश के निर्यात में 18% की वृद्धि हुई है। सरकार ने World Trade Organisation के हवाले से ये आंकड़े जारी किए हैं।
अमेरिका, यूरोप, जापान से ज्यादा ग्रोथ:
इसी के साथ सरकार का यह भी कहना है कि अप्रैल में देश का एक्सपोर्ट ग्रोथ कई बड़ी इकोनॉमी से अधिक है. WTO के आंकड़ों के हिसाब से अप्रैल 2020 के मुकाबले अप्रैल 2021 में यूरोपीय संघ की एक्सपोर्ट ग्रोथ 68%, जापान की 36%, दक्षिण कोरिया की 41%, ब्रिटेन की 32% और अमेरिका की 53%
हालांकि सरकार ने इस अवधि में चीन के साथ देश के निर्यात की तुलना नहीं की है। चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और उसे दुनिया की सप्लाई चेन का इंजन भी कहा जाता है.
लौह अयस्क का एक्सपोर्ट 168% बढ़ा:
पीयूष गोयल ने जानकारी दी कि 2021-22 की अप्रैल-जून अवधि में लौह अयस्क के निर्यात में सबसे अधिक 168% की वृद्धि देखी गई है। जबकि चावल में 37%, कॉटन यार्न में 33%, इंजीनियरिंग गुड्स में 25%, प्लास्टिक में 24%, केमिकल में 20%, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स में 17%, मरीन प्रोडक्ट्स में 16% और दवा में 14% है।
इस तरह 30 मर्चेंडाइज ग्रुप में से 10 की ग्रोथ रेट बहुत अच्छी रही है. ये ग्रोथ रेट 2019-20 के मुकाबले हासिल किया गया है। अप्रैल-जून 2021 की अवधि में देश से कुल 95 अरब डॉलर का मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट हुआ है। ये अब तक का सबसे अधिक एक्सपोर्ट ग्रोथ है।
भारतीय मसालों की बढ़ी धाक:
मसालों की कैटेगरी में भी देश की धाक बढ़ी है। 2021-22 की पहली तिमाही में इस कैटेगरी में 2019-20 और 2018-20 की इसी तिमाही के बदले डबल डिजिट ग्रोथ हासिल की है।
फाइनैंस एंड बिज़नेस हिंदी, एक्यूरेट इनफॉर्मर।