फ्रांस ने भारत के साथ निभाई दोस्ती, भारतीयों का रेस्क्यू
नई दिल्ली: आपको बतादें फ्रांस, काबुल (Kabul) से बाहर निकलने के पहले उड़ान में 21 भारतीय नागरिकों को भी वापस लाया जो अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी में स्थित फ्रांसीसी दूतावास की सुरक्षा में तैनात थे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने भारतीय नागरिकों को काबुल से पेरिस लाने के लिये फ्रांस (France) का धन्यवाद दिया। बुधवार को भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लिनान ने ट्वीट किया, ‘काबुल से बाहर निकलने से संबंधित फ्रांस की पहली उड़ान में 21 भारतीय नागरिक भी मौजूद थे। प्रतिष्ठित गोरखा फ्रांस के दूतावास की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे थे।’
विदेश मंत्री ने दिया धन्यवाद:
ज़ी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जयशंकर ने 21 भारतीय नागरिकों को काबुल (Kabul) से पेरिस लाने के लिये द्रियां को धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना (US Army) की वापसी के बीच तालिबान ने देश के सभी प्रमुख शहरों पर कब्जा कर लिया है। काबुल पर तालिबान के कब्जे के बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़ कर चले गए हैं। गनी ने UAE में शरण ली है।
अफगानिस्तान घटनाक्रम पर फ्रांस, भारत के साथ:
जानकारी के अनुसार फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लिनान ने कहा कि फ्रांस अफगानिस्तान से जुड़े घटनाक्रमों पर भारत के साथ सक्रियता से कॉर्डिनेट कर रहा है।फ्रांसिसी विदेश मंत्री द्रियां और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच हुई बातचीत के अनुरूप अफगानिस्तान पर, खास तौर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फ्रांस, भारत के साथ कॉर्डिनेट कर रहा है।
इसी के साथ फ्रांस के विदेश मंत्री द्रियां से टेलीफोन पर बातचीत के बाद जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान में उभरती स्थिति पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समन्वय जारी रखेंगे।
जुड़े रहिये, हिंदी न्यूज़, तालिबान और फ्रांस, जारी है अप्डेट्स।